Dabur Mritsanjivani
मृतसंजीवनी सुरा (Mritasanjeevani Sura) एक अनोखी आयुर्वेदिक तरल औषधि है जिसका उपयोग बुखार, कमजोरी, पुरुषों में स्वप्नदोष, अपच, अरुचि, भूख न लगना और कामोद्दीपक उद्देश्यों के लिए किया जाता है। यह वजन, शरीर की शक्ति और पाचन को सुधारता है। यह महिलाओं को प्रसवोत्तर अवधि में तनाव, अवसाद और शारीरिक कमजोरी को कम करने में भी उपयोगी होता है।
सामग्री: मृतसंजीवनी सुरा में निम्नलिखित सामग्री शामिल होती है:
पुराना गुड़ या गुर – 5.89%
पानी – 87.6%
बब्बूल की छाल
अनार
वासका
मोचरस
लज्जालु
अतिविषा
अश्वगंधा
देवदारु
बिल्व
श्योनाक
पाटला
शालपर्णी
पृष्णपर्णी
बृहती
कंटकारी
गोक्षुर
इंद्रवारुणी
कोला
एरंड
पुनर्नवा
सुपारी
धतूरा
लौंग
पद्मक
उशीर
रक्त चंदन
सौंफ
यमानी
काली मिर्च
सफेद जीरा
शटी
जटामांसी
दालचीनी
इलायची
जायफल
नागरमोथा
ग्रंथिपर्णी
अदरक
मेथी
मेषशृंगी
सफेद चंदन
चिकित्सीय संकेत: मृतसंजीवनी सुरा निम्नलिखित रोगों में चिकित्सीय रूप से संकेतित है:
उच्च बुखार
उच्च बुखार के कारण बेचैनी
पुरुषों में स्वप्नदोष
सामान्य कमजोरी या शारीरिक कमजोरी
हैजा या गंभीर पानीदार दस्त
महिलाओं में, प्रसवोत्तर अवधि के दौरान शरीर को मजबूत करने और दर्द और बुखार को कम करने के लिए
पुरुषों में कामेच्छा की हानि
शरीर को गर्म रखने के लिए सर्दियों के दौरान
बुखार के बाद अपच या भूख न लगना
यह उत्पाद अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है कि यह मरणासन्न व्यक्ति की मदद कर सकता है। इसे आयुर्वेद में आमतौर पर असव और अरिष्ट की तुलना में अधिक स्वयं उत्पन्न अल्कोहल सामग्री होती है।
यदि आपको और अधिक जानकारी चाहिए या इस उत्पाद का उपयोग करने के लिए विशेष निर्देश चाहिए, तो कृपया एक योग्य आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें।
Playlist
FITNESS CORNER